अनूपपुर मध्य प्रदेश
कोतमा क्षेत्र के कटकोना, जमुड़ी और लहसुई घाट से रेत की अवैध खनन गतिविधियाँ बढ़ती जा रही हैं, लेकिन खनिज प्रशासन, पुलिस और वन विभाग की उदासीनता के कारण कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन गरीबों पर तो कार्रवाई करता है, लेकिन बड़े रेत माफियाओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।
अवैध रेत उत्खनन से पर्यावरण पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। नदियों का जलस्तर कम होता है, किनारे कटते हैं और सरकार को राजस्व का नुकसान होता है। इसके अलावा, रेत चोरी से स्थानीय लोगों में तनाव और संघर्ष भी बढ़ता है, खासकर ट्रेक्टर मालिकों और ग्रामीणों के बीच।
ग्रामीणों का कहना है कि कटकोना घाट से प्रतिदिन एक चिन्हित डाग्गी और ट्रेक्टर ही रेत का परिवहन करते देखे जाते हैं, लेकिन रामनगर और बिजुरी थाना अंतर्गत आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जिम्मेदार विभाग सक्रिय होकर चिन्हित माफियाओं पर नकेल कसें तो अवैध रेत उत्खनन को रोका जा सकता है।
संवाददाता: सुशील कुमार सोनी















