गया, बिहार
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी ओपिनियन पोल और राजनीतिक विश्लेषणों में इस बार जनसुराज पार्टी कोई सीट जीतती नजर नहीं आ रही है, लेकिन राजनीतिक समीकरणों में वह अहम भूमिका निभा रही है। जनसुराज के मैदान में उतरने से एनडीए को करीब 15 से 20 सीटों पर नुकसान हो रहा है, जिसका सीधा फायदा महागठबंधन को मिलने की संभावना जताई जा रही है।
ओपिनियन पोल के अनुसार, महागठबंधन 80 से 84 सीटों तक पहुँच सकता है, जबकि एनडीए के आंकड़े में हल्की गिरावट दर्ज की गई है।
गया जिले में एनडीए की स्थिति अब भी मजबूत मानी जा रही है — जिले की 10 में से 7 सीटों पर एनडीए आगे है, जबकि बोधगया, टेकारी और बेलागंज सीटों पर महागठबंधन की पकड़ मजबूत बनी हुई है।
वहीं मोकामा सीट पर मुकाबला बेहद रोचक और कड़ा बताया जा रहा है। यहाँ मात्र 5 से 10 हजार मतों के अंतर से यह सीट सूरजभान सिंह या अनंत सिंह में से किसी के भी खाते में जा सकती है।
अब तक के रुझानों से यह स्पष्ट है कि जनसुराज भले सीट न जीत पाए, लेकिन उसने चुनावी मैदान में समीकरण पूरी तरह बदल दिए हैं, जिससे महागठबंधन को अप्रत्यक्ष रूप से मजबूती मिलती दिख रही है, जबकि सत्ता की डोर अब भी एनडीए के हाथों में जाती नजर आ रही है।
संवाददाता – गोपाल कुमार















