लक्ष्मण कचरे, प्रतिनिधि, प्रथा प्रतिज्ञा गंगाखेड

दिवाली के त्योहार की शुरुआत शुक्रवार (17 तारीख) से उत्साह के साथ हो गई है, जिसमें धनतेरस, लक्ष्मी पूजन, पाड़वा (बलिप्रतिपदा) और भाई दूज जैसे मुख्य दिनों के कारण राज्य भर के बाजारों में रौनक छा गई है और उत्साह और बढ़ गया है। कपड़े, गहने, पटाखे, फराळ (खाद्य पदार्थ), मिठाई, किराना सामान, फल, फूल और वाहनों की खरीदारी की होड़ मची हुई है, जिससे बाजारों में एक जीवंत माहौल बन गया है।
साल के सबसे बड़े त्योहार दिवाली को लेकर हर परिवार के बच्चों से लेकर बूढ़ों तक में उत्साह है। किसान परिवारों में खेती के लिए उपयोगी वाहनों की खरीद का उत्साह बढ़ गया है। राज्य में कई किसान परिवारों ने लक्ष्मी पूजन और पाड़वा के दिन ट्रैक्टर खरीदने की जल्दबाजी शुरू कर दी है। दिवाली के अवसर पर फल और फूलों की मांग बढ़ती है, जिसके लिए किसानों ने योजना बनाई है। फूलों की बढ़ती मांग के कारण बाजार समितियों ने फूल बिक्री के लिए एक अलग विभाग शुरू करने की योजना बनाई है। व्यापारियों ने बताया कि रविवार (19 तारीख) से विभिन्न फूलों की आवक बढ़ेगी, जिसके लिए बाजार समिति ने व्यवस्था की है। मराठवाड़ा में भारी बारिश के कारण गेंदे के फूल (झेंडू) को हुए नुकसान के चलते दिवाली पर गेंदे और शेवंती (गुलदाउदी) के दामों में बढ़ोतरी का अनुमान किसानों और व्यापारियों को है।















